भारत सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों श्रमिकों को ध्यान में रखते हुए ई-श्रम कार्ड योजना शुरू की थी। इस योजना का उद्देश्य ऐसे मजदूरों और कामगारों को एक ही प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत करना है जो अब तक किसी भी सरकारी डेटाबेस में शामिल नहीं थे। ई-श्रम कार्ड धारकों को भविष्य में मिलने वाले कई लाभों से जोड़ा जाता है, जिनमें पेंशन, बीमा और सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ प्रमुख हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया और कई वेबसाइटों पर यह दावा किया जा रहा है कि ई-श्रम कार्ड से श्रमिकों को ₹9000 पेंशन स्कीम का लाभ मिलेगा। लेकिन क्या यह सच है? आइए विस्तार से जानते हैं कि इस योजना के तहत वास्तव में क्या लाभ दिए जा रहे हैं और श्रमिक पेंशन स्कीम में कैसे जुड़ सकते हैं।
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ई-श्रम कार्ड क्या है?
ई-श्रम कार्ड एक यूनिक 12 अंकों का नंबर है जिसे भारत सरकार श्रमिकों को देती है। यह कार्ड खासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए है। इसमें रिक्शा चालक, मजदूर, घरेलू कामगार, दिहाड़ी मजदूर, किसान मजदूर और छोटे दुकानदार तक शामिल होते हैं।
ई-श्रम कार्ड का मुख्य उद्देश्य है:
- श्रमिकों का राष्ट्रीय स्तर पर डेटाबेस तैयार करना।
- उन्हें सामाजिक सुरक्षा योजनाओं से जोड़ना।
- भविष्य में आपातकालीन स्थिति या सरकारी मदद को सीधे लाभार्थी तक पहुँचाना।
₹9000 पेंशन स्कीम की हकीकत
कई यूट्यूब चैनलों और वेबसाइटों पर दावा किया जाता है कि ई-श्रम कार्ड धारकों को हर महीने ₹9000 पेंशन मिलेगी। लेकिन यह पूरी तरह गलत और भ्रामक जानकारी है।
वास्तविक स्थिति यह है कि ई-श्रम कार्ड धारक विभिन्न पेंशन योजनाओं में आवेदन कर सकते हैं। इनमें प्रमुख योजनाएँ हैं:
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM)
- अटल पेंशन योजना (APY)
इन योजनाओं में श्रमिकों को हर महीने कुछ राशि जमा करनी पड़ती है। इसके बाद 60 वर्ष की आयु पूरी करने पर उन्हें ₹3000 प्रतिमाह तक की पेंशन दी जाती है।
यानी कि सीधे तौर पर ₹9000 पेंशन स्कीम का कोई प्रावधान नहीं है।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना (PM-SYM)
यह योजना खास तौर पर असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए बनाई गई है।
- योग्यता: आयु 18 से 40 वर्ष, मासिक आय ₹15,000 से कम।
- योगदान: उम्र के अनुसार ₹55 से ₹200 प्रति माह।
- लाभ: 60 साल की उम्र पूरी होने पर ₹3000 प्रतिमाह पेंशन।
इस योजना का फायदा यह है कि इसमें जितना श्रमिक जमा करता है, उतना ही हिस्सा सरकार भी योगदान करती है।
अटल पेंशन योजना (APY)
यह योजना भी श्रमिकों को भविष्य में आर्थिक सुरक्षा देने के लिए है।
- योग्यता: 18 से 40 वर्ष आयु वर्ग।
- योगदान: 18 साल की उम्र में शामिल होने पर लगभग ₹42 प्रति माह से शुरुआत।
- लाभ: 60 साल की उम्र पूरी करने पर ₹1000 से ₹5000 तक पेंशन (योगदान के हिसाब से)।
आवेदन प्रक्रिया – ई-श्रम से पेंशन स्कीम में कैसे जुड़ें?
ई-श्रम कार्ड होने के बाद श्रमिक आसानी से पेंशन योजनाओं में आवेदन कर सकते हैं।
- ई-श्रम रजिस्ट्रेशन करें:
- आधिकारिक वेबसाइट eshram.gov.in पर जाएँ।
- आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बैंक विवरण से पंजीकरण करें।
- CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) जाएँ:
- नज़दीकी CSC पर ई-श्रम कार्ड के साथ आधार और बैंक पासबुक लेकर जाएँ।
- यहां से PM-SYM या APY में पंजीकरण करा सकते हैं।
- योगदान शुरू करें:
- योजना के अनुसार हर महीने योगदान जमा करें।
- सरकार भी बराबर राशि योगदान करेगी।
- पेंशन प्राप्त करें:
- 60 साल की उम्र पूरी होने पर निश्चित पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।
क्यों फैलाई जाती है ₹9000 पेंशन स्कीम की अफवाह?
दरअसल, कई यूट्यूब चैनल और ब्लॉग साइट्स ट्रैफिक बढ़ाने के लिए बढ़ा-चढ़ाकर दावे करते हैं। ₹9000 पेंशन का दावा भी उसी का हिस्सा है।
सरकार ने अब तक इस तरह की कोई योजना लागू नहीं की है।
इसलिए यह जरूरी है कि श्रमिक केवल सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या नज़दीकी CSC से ही जानकारी लें।
सरकार के असली लाभ
ई-श्रम कार्ड धारकों को वर्तमान में ये लाभ मिल रहे हैं:
- ₹2 लाख का दुर्घटना बीमा।
- PM-SYM और APY जैसी योजनाओं से जुड़ने का मौका।
- भविष्य में किसी भी नई सरकारी योजना का लाभ सीधे बैंक खाते में।
निष्कर्ष
ई-श्रम कार्ड योजना वास्तव में असंगठित क्षेत्र के करोड़ों श्रमिकों के लिए आर्थिक सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम है। लेकिन ₹9000 पेंशन स्कीम की बात सिर्फ अफवाह है।
वास्तविकता यह है कि ई-श्रम कार्ड धारक प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना या अटल पेंशन योजना में आवेदन करके भविष्य के लिए ₹1000 से ₹5000 तक की मासिक पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार का मकसद है कि देश का हर श्रमिक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सके। ऐसे में जरूरी है कि श्रमिक सही जानकारी रखें और फर्जी खबरों से बचें।